भारत में डिजिटल पेमेंट सिस्टम में क्रांति लाने वाला UPI (Unified Payments Interface) अब नए बदलावों की ओर बढ़ रहा है। 1 जून 2025 से UPI के 5 नए नियम लागू होने जा रहे हैं, जो हर उस यूज़र को प्रभावित करेंगे जो PhonePe, Google Pay, Paytm या BHIM App के जरिए पैसे भेजते या प्राप्त करते हैं।
यह आर्टिकल UPI यूज़ करने वाले हर भारतीय के लिए बेहद जरूरी है क्योंकि हम आपको बताएंगे NPCI द्वारा लागू किए गए UPI new rules 2025, जो ना केवल ट्रांजैक्शन लिमिट को प्रभावित करेंगे बल्कि बैलेंस चेक की प्रक्रिया में भी बदलाव लाएंगे।
✅ 1 जून 2025 से UPI में क्या बदल जाएगा?
National Payments Corporation of India (NPCI) ने यह ऐलान किया है कि 1 June 2025 से UPI इस्तेमाल करने के नियमों में 5 बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। आइए जानते हैं ये बदलाव क्या हैं और इनका सीधा असर आपके PhonePe, Google Pay, Paytm जैसे apps पर कैसे पड़ेगा।
🔁 UPI Transaction Limit में बड़ा बदलाव
अब तक कई बैंक और ऐप्स पर UPI ट्रांजैक्शन की लिमिट अलग-अलग थी। लेकिन 1 जून 2025 से एक समान ट्रांजैक्शन लिमिट लागू की जा रही है।
- नई लिमिट के अनुसार, एक दिन में आप ₹1 लाख तक UPI से ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, लेकिन कुछ विशेष मामलों (जैसे कि अस्पताल, एजुकेशन आदि) में यह लिमिट ₹5 लाख तक हो सकती है।
📱 PhonePe Users के लिए विशेष नियम
अगर आप PhonePe का इस्तेमाल करते हैं, तो यह बदलाव आपके लिए खास है।
- अब PhonePe पर भी नई UPI ट्रांजैक्शन लिमिट लागू होगी, जिससे दिनभर में ट्रांजैक्शन की संख्या और राशि दोनों पर कंट्रोल रहेगा।
- यदि आप व्यापारी (merchant) हैं, तो UPI से पेमेंट रिसीव करने के नियमों में भी बदलाव किया गया है।
🧾 AutoPay Mandate पर असर
अगर आपने किसी ऐप या सर्विस के लिए AutoPay सेट किया हुआ है, तो अब हर नई Autopay request पर आपको पहले UPI PIN डालना होगा। इससे सिक्योरिटी मजबूत होगी और fraud के मामलों में कमी आएगी।
💸 Balance Check करने का नया तरीका
1 जून 2025 से UPI apps पर बैलेंस चेक करने का प्रोसेस थोड़ा बदल रहा है।
- अब आपको केवल “Check Balance” ऑप्शन पर जाकर UPI PIN डालना होगा और आपको तुरंत आपका बैंक बैलेंस स्क्रीन पर दिखाई देगा।
- लेकिन अब apps को यह भी दिखाना होगा कि आपका कौन सा बैंक अकाउंट लिंक है और उसमें बैलेंस कितना है – जिससे ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी।
🔐 UPI Security और Fraud Control के लिए नया फीचर
NPCI अब एक AI-based monitoring system लागू करने जा रहा है, जिससे संदिग्ध ट्रांजैक्शन की पहचान पहले से हो सकेगी।
- यदि कोई अनऑथराइज़्ड या डुप्लिकेट ट्रांजैक्शन ट्राई करता है, तो सिस्टम आपको तुरंत अलर्ट भेजेगा और ट्रांजैक्शन ब्लॉक कर देगा।
- यह फीचर हर UPI ऐप में लागू किया जाएगा।
🌐 कौन-कौन से UPI Apps पर लागू होंगे ये नए नियम?
ये सभी UPI New Rules 2025 लागू होंगे इन पर:
- PhonePe
- Google Pay
- Paytm
- BHIM App
- Amazon Pay
- अन्य सभी UPI समर्थित ऐप्स और बैंकिंग प्लेटफॉर्म्स
📣 यह बदलाव क्यों जरूरी है?
भारत में UPI के जरिए हर दिन करोड़ों ट्रांजैक्शन होते हैं। NPCI का मकसद है कि UPI को और अधिक सुरक्षित, ट्रांसपेरेंट और लिमिटेड फ्रॉड रिस्क वाला बनाया जाए।
UPI का बढ़ता दायरा अब सिर्फ पैसों के ट्रांसफर तक सीमित नहीं है – अब इससे आप बिजली बिल, मोबाइल रिचार्ज, ऑनलाइन शॉपिंग, लोन पेमेंट जैसे कई कार्य कर सकते हैं। ऐसे में सिस्टम को रिवाइज करना समय की मांग है।
👉 क्या करें UPI यूज़र्स?
- 1 जून 2025 से पहले अपने ऐप को अपडेट करें।
- नया बैलेंस चेक प्रोसेस और ट्रांजैक्शन लिमिट को समझें।
- AutoPay mandate के लिए अपनी UPI PIN तैयार रखें।
- किसी भी संदिग्ध लिंक या ट्रांजैक्शन से सावधान रहें।
- ज़्यादा जानकारी के लिए अपने बैंक या ऐप की official website देखें।
📢 निष्कर्ष:
UPI New Rules 2025 का मकसद आपके डिजिटल ट्रांजैक्शन को स्मार्ट, सिक्योर और सिंपल बनाना है। अगर आप PhonePe, GPay, Paytm या BHIM App यूज़र हैं, तो यह बदलाव आपके लिए बेहद अहम हैं।